भावान्तर योजना के माध्यम से शासन ने किसानों को समर्थन मूल्य देना सुनिश्चित किया है इस योजना में यदि किसान द्वारा मंडी में समर्थन मूल्य से कम दाम पर अपनी फसलों का विक्रय किया जाता है तो समर्थन मूल्य से विक्रय मूल्य का अंतर अथवा माडल विक्रय दर से समर्थन मूल्य का अंतर जो भी कम हो उसे किसानों के खाते में सीधे दिया जाता है मॉडल विक्रय दर का निर्धारण मध्य प्रदेश के दो करीबी राज्यों में फसल के औसत मूल्य के आधार पर निर्धारित किया जाता है
इस योजना के तहत खरीफ में ८ फसलों , सोयाबीन , मूंगफली, तिल , रामतिल , तुअर , उरद , मूंग एवं मक्का को शामिल किया गया था रबी सीजन में केवल प्याज एवं लहसुन को शामिल किया गया है

गेहू, चना, मसूर, एवं सरसो को उपार्जन योजना के तहत शामिल कर लिया गया है
फसलसमर्थन मूल्य
चना4400
मसूर4250
सरसों4000
निर्धारित उत्पादकता ( क्विंटल प्रति हेक्टेयर )
फसलउत्पादकता
चना15
मसूर11
सरसों13
उपार्जन में समलित फसलों की गुणवत्ता हेतु निम्न पैरामीटर मान्य किये जाते है
गेहूं
विवरणप्रतिशत
बाह्य तत्व0.75
अन्य खाद्यान का मिश्रण 2
सिकुड़े एवं  टूटे दाने6
आंशिक क्षतिग्रस्त4
ख़राब दाने2
नमी का प्रतिशत12
चना
विवरणप्रतिशत
मिलावट /बाह्य तत्व2
अन्य खाद्यान3
क्षतिग्रस्त  दाने3
थोड़े क्षतिग्रस्त  दाने4
सिकुड़े एवं  टूटे दाने6
अन्य किस्मों का सम्मिश्रण5
घुने हुए दाने4
नमी का प्रतिशत14
सरसों
विवरणप्रतिशत
मिलावट /बाह्य तत्व तारामीरा सहित2
अन्य किस्मों का सम्मिश्रण  तोरिया सहित10
बिना पके सुखा मुरझाया अपरिपक्व अविकसित4
क्षतिग्रस्त एवं घुना/कीड़ा लगे दाने2
छोटे कमजोर बीज10
नमी का प्रतिशत8
मसूर
विवरणप्रतिशत
मिलावट /बाह्य तत्व2
अन्य खाद्यान3
क्षतिग्रस्त  दाने3
थोड़े क्षतिग्रस्त  दाने4
बिना पके सुखा मुरझाया अपरिपक्व अविकसित3
सिकुड़े एवं  टूटे दाने4
नमी का प्रतिशत12